जैसी सवारी पाकर आज मैं धन्य हो गया"। जैसी सवारी पाकर आज मैं धन्य हो गया"।
मिल गया मिल गया
"अरे बातों में कितना वक़्त निकल गया, चलती हूँ ।" कहकर लीला देवी उठ खड़ी हुई। "अरे बातों में कितना वक़्त निकल गया, चलती हूँ ।" कहकर लीला देवी उठ खड़ी हुई।
बाहर हो रहे शादी के बाद के ढोल -ढमम्के की आवाज में जगीरो का स्वर विलीन हो गया। बाहर हो रहे शादी के बाद के ढोल -ढमम्के की आवाज में जगीरो का स्वर विलीन हो गया।
वो अच्छी मम्मी के साथ चली गई। जाते समय बार बार पीछे पलटकर देखता था। मैं हूं कौन उसके। वो अच्छी मम्मी के साथ चली गई। जाते समय बार बार पीछे पलटकर देखता था। मैं हूं कौन ...
मृत्यु एक सार्वभौमिक सत्य है, फिर भी उसे स्वीकार करना सहज या सरल बिल्कुल नहीं है। यदि म मृत्यु एक सार्वभौमिक सत्य है, फिर भी उसे स्वीकार करना सहज या सरल बिल्कुल नहीं है...